उदित उदयगिरि मंच पर, रघुवर बाल पतंग में कौन सा अलंकार है? । Udit Udaygiri Manch Raghubar Bal Patang Alankar
'उदित उदयगिरि मंच पर, रघुवर बाल पतंग। विकसे संत-सरोज सब, हरषे लोचन-भृंग।। में कौन सा अलंकार है'। इसकी नॉलेज इस आर्टिकल में है। बहुत सारे एग्जाम्स जैसे - यूपी बोर्ड परीक्षा, पुलिस, लेखपाल, पीसीएस आदि में ये पूछा जा सकता है। तो आपको अलंकार के साथ - साथ उसके बारे में काफ़ी अच्छे से बताएंगे। Udit Udaygiri Manch Per Raghubar Bal Patang Bikase Sant Saroj Sab Harse Lochan Bhring Alankar के बारे में इस आर्टिकल में अवनीश कुमार मिश्रा ने अच्छे से बताया है ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं।
प्रश्न - उदित उदयगिरि मंच पर, रघुवर बाल पतंग।
विकसे संत-सरोज सब, हरषे लोचन-भृंग।। में कौन सा अलंकार है?
उत्तर -
उदित उदयगिरि मंच पर, रघुवर बाल पतंग। विकसे संत-सरोज सब, हरषे लोचन-भृंग।। पंक्ति में रूपक अलंकार है। प्रस्तुत दोहे में 'उदयगिरि' पर 'मंच' का, 'रघुवर' पर 'बाल-पतंग' (सूर्य) का, 'संतों' पर 'सरोज' का एवं 'लोचनों' पर 'भृंगों' (भौंरों) का अभेद आरोप होने से रूपक अलंकार है।
रूपक अलंकार की परिभाषा - जब गुण की अत्यंत समानता के कारण उपमेय को ही उपमान बता दिया जाए यानी उपमेय ओर उपमान में अभिन्नता दर्शायी जाए तब वह रूपक अलंकार कहलाता है।
Keywords -
धनुष भंग की व्याख्या /Class 10
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