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मार्च, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

करनैलगंज विधानसभा से 6वें राउंड में अजय सिंह आगे, योगेश हुए पीछे । Gupshup News

करनैलगंज (Gupshup News Desk) - गोण्डा के करनैलगंज विधानसभा सीट से भाजपा और सपा में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। 6 राउंड गिना जा चुका है। नमस्कार, आदाब मैं हूं अवनीश कुमार मिश्रा करनैलगंज विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अजय सिंह और सपा प्रत्याशी योगेश प्रताप सिंह के बीच में कड़ी टक्कर चल रही है। 6वें राउंड की गिनती में भाजपा प्रत्याशी अजय सिंह योगेश सिंह से आगे हैं।  21134 वोट अजय सिंह को वहीं 19612 वोट मिले हैं। दोनो में कांटे की टक्कर चल रही है। अब देखना ये है की कौन विजेता बनता है करनैलगंज से।

गोण्डा सदर से भाजपा की हार तय, बृजभूषण शरण सिंह के सुपुत्र हैं भाजपा के प्रत्याशी। Gupshup News

गोंडा (Gupshup News Desk) - गोण्डा जिले की सदर सीट से सूरज सिंह चल रहे हैं आगे और प्रतीक भूषण पीछे। आगे देखना है क्या होता है। नमस्कार, आदाब मैं हूं अवनीश कुमार मिश्रा गोंडा जिले की सदर सीट से बाहुबली सांसद बृजभूषण के सुपुत्र प्रतीक के सामने सपा के सूरज सिंह आगे चल रहे हैं। ऐसा रुझान में चल रहा है। अगर यही फाइनल में रहा तो बृजभूषण शरण सिंह जोकि बड़े नेता माने जाते हैं गोण्डा के उनकी चमक फीकी हो सकती है। हालांकि गोंडा के मनकापुर और गोंडा सदर को छोड़ दें तो चारो ओर भाजपा मय है।

मेरी भव बाधा हरो अलंंकार । Meri Bhav Badha Haro Me Kaun Sa Alankar Hai?

'मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ । जा तन की झांईं परै, स्यामु हरित-दुति होइ॥ में कौन सा अलंकार है'। इसकी नॉलेज इस आर्टिकल में है। बहुत सारे एग्जाम्स जैसे - यूपी बोर्ड परीक्षा, पुलिस, लेखपाल, पीसीएस आदि में ये पूछा जा सकता है। तो आपको अलंकार के साथ - साथ उसके बारे में काफ़ी अच्छे से बताएंगे। meri bhav badha haro alankar के बारे में इस आर्टिकल में अवनीश कुमार मिश्रा ने अच्छे से बताया है ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं। प्रश्न - मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ । जा तन की झांईं परै, स्यामु हरित-दुति होइ॥ में कौन सा अलंकार है? उत्तर - मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ । जा तन की झांईं परै, स्यामु हरित-दुति होइ॥ पंक्ति में श्लेष अलंकार है। प्रस्तुत दोहे में हरित शब्द के दो अर्थ हैं- हर्षित (प्रसन्न होना) और हरे रंग का होना। अतः यह उदाहरण श्लेष के अंतर्गत आएगा क्योंकि एक ही शब्द के दो अर्थ प्रकट हो रहे हैं। श्लेष अलंकार - श्लेष का अर्थ होता है चिपका हुआ या मिला हुआ।  जब एक ही शब्द से हमें विभिन्न अर्थ मिलते हों तो उस समय श्लेष अलंकार होता है। यानी जब किसी शब्द का प्रयोग एक बार ही किया जा