सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Litti Chokha Bhojpuri Movie (2021): Wiki, Star Cast & Crew, Release Date, Budget, Box Office Collections, Story

Litti Chokha Bhojpuri Movie 2021 । Film Starcast And Crew, Wiki, Trailer Release Date, Movie Release Date, First Poster, Promo News, Budget, Box Office Collections, Story And Review, Photo Gallery, Videos, Songs Etc. - Gupshup News 

लिट्टी - चोखा एक भोजपुरी फ़िल्म (Litti Chokha Bhojpuri Film 2021) है। जिसके डायरेक्टर हैं पराग पाटिल (Parag Patil) और प्रोड्यूसर हैं प्रदीप के शर्मा (Pradeep K Sharma) काजल राघवानी और खेसारी लाल यादव (Kajal Raghwani And Khesari Lal Yadav) मेन रोल में हैं।
बाबा मोशन पिक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड (Baba Motion Pictures Pvt Limited) के बैनर तले बनी इस फिल्म का मुहूर्त सितंबर 2021 में किया गया था। बाद में शूटिंग स्टार्ट हुई। जोकि इंडिया में ही हुआ। इस फिल्म की ज्यादातर शूटिंग उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई है।



Litti Chokha (2021) Bhojpuri Movie

Trailer Status - Release (31 March 2021)
Film Release Date - Release (9 April 2021)
Updated - 2021
Genre - Action, Comedy, Drama, Romance
Budget - Coming Soon
Box Office - Coming Soon
Locations - India (Utter Pradesh)

Litti Chokha Bhojpuri Film Trailer -


Litti Chokha Bhojpuri Movie Star-Cast & Role

Khesari Lal Yadav - Litti
Kajal Raghwani - Chokha
Manoj Tiger - N/a

Filmmakers - Complete Crew Members (Litti Chokha Bhojpuri Movie 2021)

Story/Writer by - Rakesh Tripathi
Directed by - Parag Patil
Producer by - Pradeep K Sharma
Starring - Kajal Raghwani and Khesari Lal Yadav
Music by - Madhukar Anand, Om Jha
Lyrics by - Yadav Raj, Tuntun Yadav, Pyare Lal Yadav, Shyam Dehati, Kundan Preet, Uma Lal Yadav, Ashutosh Tiwari
Action/Fight -
Choreography -
Editing by - Deepak
Production company - Baba Motion Picture Pvt. Ltd.
Distributor - Baba Motion Picture Pvt. Ltd.
Music Rights - RDC Media
Language - Bhojpuri

Litti Chokha Bhojpuri Movie Story And Review -

अगर बात की जाए लिट्टी - चोखा फिल्म (Litti Chokha Bhojpuri New Film) की स्टोरी के बारे में तो बहुत कुछ ट्रेलर में तो नहीं दिखाया गया है। और फिल्म अभी रिलीज़ नही हुई है तो फुल स्टोरी तो नही, लेकिन इतना समझ सकते हो कि यह फिल्म किसानों की समस्याओं पर बनी है। जिसका मेन किरदार हैं लिट्टी और चोखा (Khesari And Kajal).
फ़िल्म में पहले लिट्टी और चोखा (Kajal Raghwani And Khesari Lal Yadav) के प्यार को दिखाया जाता है। ड्रामा, कॉमेडी और फिर यकायक कर्ज़ के बोझ तले दबा लिट्टी कर्ज़ चुकाने के लिए शहर जाता है। और फ़िल्म में दिखाया गया है। कि लिट्टी आत्महत्या कर लेता है। ये आत्महत्या है या मर्डर कुछ कह नहीं सकते। मगर फ़िल्म में मनोज टाइगर ये कहते हुई दिख रहे हैं कि कर्ज के बोझ से दबे लिट्टी ने आत्महत्या कर ली। 
कहानी (Litti Chokha Bhojpuri Film Story) में शायद खेसारी (Khesari) का डबल रोल है क्योंकि आत्महत्या या मर्डर के बाद खेसारी फिर से जब गांव आते हैं तो लोग उन्हें भूत कहते हैं। यही सस्पेंस का विषय भी है कहानी में कि लिट्टी का मर्डर हुआ था या आत्महत्या या फिर लिट्टी जिन्दा था। अगर इन तीनों में से कुछ भी हुआ तो ये किसने किया? कैसे हुआ? इसी का राज़ खुलेगा जब आप फ़िल्म देखोगे।
फ़िल्म में कॉमेडी, ड्रामा, रोमांस, एक्शन सब कुछ है। फ़िल्म आपको आखिरी तक बांधे रहेगी। गाने भी काफ़ी अच्छे - अच्छे हैं। लिट्टी और चोखा की नोकझोक भी इस फिल्म में मनोरंजन का माध्यम है। 
शहर कमाने जा रहे लिट्टी से जब चोखा जब कहती है कि वहां से हमारी सौत ना ले आना। वो भी एक जनमानस की समस्या है। क्योंकि ये हर इंसान की समस्या है। 
कुल मिलाकर ये फ़िल्म किसान और आमजनों की समस्याओं से लोगों को दो - चार कराती है। अगर कहा जाए कि ये जनमानस की फ़िल्म है तो कुछ भी गलत नहीं होगा। 
भोजपुरी में इस तरह की फिल्में कम ही देखने को मिलती हैं। पहले भी और अब भी। मगर अब भोजपुरी सिनेमा में भी बदलाव की लहर दौड़ पड़ी है। अब प्रोड्यूसर सिर्फ़ कमाने की ही नहीं वरन् एक अच्छी फिल्म देने की सोच रखते हैं।
अश्लीलता से मुक्त ये शुद्ध भोजपुरिया फ़िल्म लिट्टी - चोखा की कहानी आम लोगों से मिलती जुलती है। और पैसा वसूल भी है।

Litti Chokha Bhojpuri Movie 2021 All Songs List -

Basela Tu Hamra Pran Me

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ की संदर्भ, प्रसंग सहित व्याख्या । Meri Bhaw Badha Harau Doha Bihari Lal

"मेरी भव-बाधा हरौ" की संदर्भ सहित व्याख्या इस आर्टिकल में की गई है। जो कि रससिद्ध कवि बिहारी की रचना है। और खास बात यह है कि यह पद्यांश यूपी बोर्ड के 10वीं के हिन्दी के काव्य में "भक्ति" शीर्षक से है। तो अगर आप 10वीं में हो तो आपके लिए ये काम की आर्टिकल है। आपके परीक्षा में आ सकता है।  ये दोहा शीर्षक का पहला "दोहा" है। आपको ढूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "पद" के लिए अलग - आर्टिकल लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा अवनीश कुमार मिश्रा ने वे ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं) दोहा - मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ । जा तन की झांईं परै, स्यामु हरित-दुति होइ॥ संदर्भ - प्रस्तुत दोहा  हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में "भक्ति " शीर्षक से उद्धृत है , जोकि रीतिकाल के रससिद्ध कवि बिहारी द्वारा रचित ‘बिहारी सतसई’ नामक ग्रंथ से लिया गया है। प्रसंग - प्रस्तुत पंक्ति में कवि ने राधा जी की वंदना की है। प्रस्तुत दोहे के कईं भाव हैं तो सभी को लिखा जा रहा है, जिससे समझने में आसानी हो। व्याख्या -   1

ऊधौ मोहिं ब्रज बिसरत नाहीं संदर्भ, प्रसंग सहित व्याख्या । Udhav Mohi Braj Bisrat Nahi Soordas Ke Pad । Up Board Hindi 10th Syllabus

"ऊधौ मोहिं ब्रज बिसरत नाहीं" की संदर्भ, प्रसंग सहित व्याख्या इस आर्टिकल में की गई है। जो कि सूरदास जी की रचना है। और खास बात यह है कि यह पद्यांश यूपी बोर्ड के 10वीं के हिन्दी के काव्य में "पद" शीर्षक से है। तो अगर आप 10वीं में हो तो आपके लिए ये काम की आर्टिकल है। आपके परीक्षा में आ सकता है।  ये पद शीर्षक का सातवां "पद" है। आपको ढूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "पद" के लिए अलग - अलग आर्टिकल लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा है, अवनीश कुमार मिश्रा ने, ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं) Up Board Class 10th "Kavyakhand" Chapter 1 "Surdas"   सूरदास जी का जीवन परिचय - Soordas Ji Ka Jivan Parichay | Biography Of Soordas In Hindi  यूपी 10वीं हिन्दी (काव्य) सूरदास के "पद" शीर्षक के और अन्य पदों को पढ़ें - चरन कमल बंदौ हरि राइ की संदर्भ , प्रसंग सहित व्याख्या । Charan Kamal Bandau Hari Rai Soordas Ke Pad । UP Board 10th Syllabus  अबिगत - गति कछु कहत न आवै का संदर्भ , प्रसंग सहित व्याख्या । A

बलिहारी गुर आपणैं का संदर्भ , प्रसंग सहित व्याख्या । Sakhi । Kabeer Ke Dohe Class 11 Up Board Solutions

प्रस्तुत पद्यांश "बलिहारी गुर आपणैं ‘" का संदर्भ , प्रसंग , व्याख्या , काव्य सौंदर्य तथा शब्दार्थ इस आर्टिकल में लिखा गया है। जो की कबीरदास जी की रचना है , ये छात्रों के लिए काफी मददगार होने वाला है। खास बात यह है कि अगर आप यूपी बोर्ड के 11वीं में हो तो हिंदी के "काव्य" पाठ 1 में "साखी" शीर्षक से है। आपको दूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "दोहे" का आर्टिकल अलग - लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा है, अवनीश कुमार मिश्रा ने, ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं)                               दोहा बलिहारी गुर आपणैं, द्यौहाड़ी कै बार। जिनि मानिष तैं देवता, करत न लागी बार॥ सन्दर्भ - प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में ‘साखी’ शीर्षक से उद्धृत है, जो साखी ग्रंथ से लिया गया है। जिसके रचयिता कबीरदास जी हैं। प्रसंग - कबीरदास ने प्रस्तुत दोहे में गुरु के प्रति अपनी भावना व्यक्त किया है और महिमा का वर्णन करते हुए उनपर न्यौछावर हो जाने की बात की है।  व्याख्या - प्रस्तुत दोहे में कबीरदास जी गु