राष्ट्रभाषा और राजभाषा में क्या अंतर है। आज आपको बताएंगे Gupshup News के ऑनर अवनीश कुमार मिश्रा। ये प्रश्न बहुत से एक्जामों में पूछा जा सकता है।
प्रायः लोग राजभाषा और राष्ट्रभाषा को एक ही मान लेते हैं, लेकिन में कुछ अंतर पाया जाता है, जो निम्नलिखित है।
1. राजभाषा का महत्व राजनीतिक दृष्टि से होता है और राष्ट्रभाषा का महत्व सामाजिक दृष्टि से होता है।
2. राजभाषा में प्रशासनिक यथार्थ का प्रसारण होता है और राष्ट्रभाषा में राष्ट्र के सांस्कृतिक आदर्शों का स्पंदन होता है।
3. राजभाषा अपने प्रयोगकर्ताओं के मस्तिष्क की आवाज होती है और राष्ट्रभाषा अपने प्रयोगकर्ताओं के हृदय की गूंज होती है।
4. राजभाषा राष्ट्रीय समस्याओं की दिमागी तौर पर सुलझाती है, जबकि राष्ट्रभाषा राष्ट्रीय भावनाओं से युक्त होती है।
5. राजभाषा राजकार्यों की भाषा होती है। इसका प्रयोग राज्यकर्मचारी और शिक्षित लोग ही करते हैं, लेकिन राष्ट्रभाषा जन - जीवन की भाषा होती है, जिसका प्रयोग शिक्षित और अशिक्षित दोनों ही सामान्य रूप से करते हैं।
6. राजभाषा वस्तुतः भौतिक विकास की भाषा होती है, जबकि राष्ट्रभाषा जातीय प्रमाणिकता की भाषा है।
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राष्ट्रभाषा और राजभाषा में क्या अंतर होता है?
राजभाषा क्या है राजभाषा का वर्णन कीजिए?
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