सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

भोजपुरी का सबसे चूतिया सिंगर, एक्टर कौन है? । Bhojpuri Ka Sabse Bekar Actor? । Gupshup News

भोजीवुड (Gupshup News Desk) - भोजपुरी जगत में अगर बात की जाए की कौन सा स्टार सबसे चूतिया है तो आपका नज़र किसके तरफ़ जायेगा। वैसे तो भोजपुरी में एक से बढ़कर एक चूतिया और गंदे एक्टर हैं। लेकिन एक एक्टर जो की ख़ास है और फेमस है।

नमस्कार, आदाब मैं हूं अवनीश कुमार मिश्रा

भोजपुरी में काफ़ी फेमस - फेमस एक्टर हैं जो की न सिर्फ़ भोजपुरी पट्टी अपितु पूरे विश्व में देखे - सुने जाते हैं। बात करें की भोजपुरी में सबसे चूतिया एक्टर कौन है तो।आपके दिमाग़ में बहुत सारे सिंगरों का नाम आने लगेगा। जैसे - अवधेश प्रेमी, मिठू मार्शल, गुड्डू रंगीला, बंशीधर जैसे गंदे सिंगर। लेकिन हम अगर बात करें बड़े सिंगरों, एक्टरों की तो उसमें सबसे पहले नाम आता है खेसारी लाल यादव का। खेसारी को ऐसे नहीं सबसे गंदा, चूतिया और निहायती ज़ाहिल माना जाता है। इसके पीछे एक लॉजिक है क्योंकि ये अनपढ़, गंवार है, न ही इसे बोलने की तमीज़ है, न ही एक्टिंग और सिंगिंग करने का लूर है। बस गंदे गाने और गंदी फिल्में बनाकर ज़ाहिल, गंवार यूपी, बिहार वालों को अपना अंधभक्त बना लिया है। जोकि इसे खूब चाहते हैं। और हां जातिवाद तो इसके अंदर कूट - कूटकर भरा है। जिसकी वजह से समूचा यादव जाति इसके लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाती है। और सबसे गंदी इसकी ये बात है की गाना चोर है। छोटे - छोटे सिंगरों का गाना चुराके गाते हैं और उसे मारते भी हैं। इसके चाटू - चपाटू जैसे विवेक सिंह, सोनू पांडेय, अखिलेश कश्यप, आर्य शर्मा जैसे गधे लोग लोगों की सरेआम बेइज्जती और नीचा दिखाने का प्रयास करते हैं।


भोजपुरी का सबसे गंदा सिंगर, एक्टर कौन है?

खेसारी लाल यादव

भोजपुरी का सबसे चूतिया सिंगर, एक्टर कौन है?

खेसारी लाल यादव

भोजपुरी का सबसे अनपढ़ सिंगर, एक्टर कौन है?

खेसारी लाल यादव

भोजपुरी का सबसे घमंडी सिंगर, एक्टर कौन है?

खेसारी लाल यादव

खेसारी लाल के चाटू - चपाटू कौन हैं?

विवेक सिंह, आर्या शर्मा, अखिलेश कश्यप, सोनू पांडेय आदि।

किसकी बहन सपने में आती है?

खेसारी लाल यादव की

टिप्पणियाँ

  1. Bhai aap jo bhi Yese kisi ki bahn beti ko nahi bol sakte mai to pandit hu lekin is se pahle ek insan hu is wajah se meri insaniyat kisi ko Yese karne ka anumati nahi deta

    जवाब देंहटाएं

एक टिप्पणी भेजें

अगर आप कुछ कहना चाहते हैं , इस लेख के बारे में तो प्लीज कमेंट करें |

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बलिहारी गुर आपणैं का संदर्भ , प्रसंग सहित व्याख्या । Sakhi । Kabeer Ke Dohe Class 11 Up Board Solutions

प्रस्तुत पद्यांश "बलिहारी गुर आपणैं ‘" का संदर्भ , प्रसंग , व्याख्या , काव्य सौंदर्य तथा शब्दार्थ इस आर्टिकल में लिखा गया है। जो की कबीरदास जी की रचना है , ये छात्रों के लिए काफी मददगार होने वाला है। खास बात यह है कि अगर आप यूपी बोर्ड के 11वीं में हो तो हिंदी के "काव्य" पाठ 1 में "साखी" शीर्षक से है। आपको दूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "दोहे" का आर्टिकल अलग - लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा है, अवनीश कुमार मिश्रा ने, ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं)                               दोहा बलिहारी गुर आपणैं, द्यौहाड़ी कै बार। जिनि मानिष तैं देवता, करत न लागी बार॥ सन्दर्भ - प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में ‘साखी’ शीर्षक से उद्धृत है, जो साखी ग्रंथ से लिया गया है। जिसके रचयिता कबीरदास जी हैं। प्रसंग - कबीरदास ने प्रस्तुत दोहे में गुरु के प्रति अपनी भावना व्यक्त किया है और महिमा का वर्णन करते हुए उनपर न्यौछावर हो जाने की बात की है।  व्याख्या - प्...

मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ की संदर्भ, प्रसंग सहित व्याख्या । Meri Bhaw Badha Harau Doha Bihari Lal

"मेरी भव-बाधा हरौ" की संदर्भ सहित व्याख्या इस आर्टिकल में की गई है। जो कि रससिद्ध कवि बिहारी की रचना है। और खास बात यह है कि यह पद्यांश यूपी बोर्ड के 10वीं के हिन्दी के काव्य में "भक्ति" शीर्षक से है। तो अगर आप 10वीं में हो तो आपके लिए ये काम की आर्टिकल है। आपके परीक्षा में आ सकता है।  ये दोहा शीर्षक का पहला "दोहा" है। आपको ढूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "पद" के लिए अलग - आर्टिकल लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा अवनीश कुमार मिश्रा ने वे ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं) दोहा - मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ । जा तन की झांईं परै, स्यामु हरित-दुति होइ॥ संदर्भ - प्रस्तुत दोहा  हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में "भक्ति " शीर्षक से उद्धृत है , जोकि रीतिकाल के रससिद्ध कवि बिहारी द्वारा रचित ‘बिहारी सतसई’ नामक ग्रंथ से लिया गया है। प्रसंग - प्रस्तुत पंक्ति में कवि ने राधा जी की वंदना की है। प्रस्तुत दोहे के कईं भाव हैं तो सभी को लिखा जा रहा है, जिससे समझने में आसानी हो। व्याख्या -   1...

दीपक दीया तेल भरि, बाती दई अघट्ट संदर्भ , प्रसंग सहित व्याख्या । Deepak Diya Tel Bhar । Sakhi । Kabeer Ke Dohe Class 11 Up Board Solutions

प्रस्तुत पद्यांश "दीपक दीया तेल भरि‘" का संदर्भ , प्रसंग , व्याख्या , काव्य सौंदर्य तथा शब्दार्थ इस आर्टिकल में लिखा गया है। जो की कबीरदास जी की रचना है , ये छात्रों के लिए काफी मददगार होने वाला है। खास बात यह है कि अगर आप यूपी बोर्ड के 11वीं में हो तो हिंदी के "काव्य" पाठ 1 में "साखी" शीर्षक से है। आपको दूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "दोहे" का आर्टिकल अलग - लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा है, अवनीश कुमार मिश्रा ने, ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं)                               दोहा दीपक दीया तेल भरि, बाती दई अघट्ट। पूरा किया बिसाहुणाँ, बहुरि न आवौं हट्ट॥ सन्दर्भ - प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में ‘साखी’ शीर्षक से उद्धृत है, जो साखी ग्रंथ से लिया गया है। जिसके रचयिता कबीरदास जी हैं। प्रसंग - प्रस्तुत दोहे में कबीरदास जी ने भक्ति पर बल देते हुए कहा कि इस योनि में भक्ति कर लेने से जीवन - मरण चक्र से मुक्ति मिल जाएगी। व्याख्या - प्रस्तुत पंक्ति...