दीपावली त्यौहार है और सोशल मीडिया साइट्स पर चुटुकुले ना शेयर करें जाएं ये हो है नहीं सकता। सरकार ने पटाखों पर रोक लगाई है, चुटुकुले शेयर करने, हसने और हसने पर रोक नहीं लगाई है। तो पेश हैं कुछ गुदगुदाने वाले चुटुकुले, तड़कते - भड़कते।
रोहन - अरे मोहन इस बार पटाखे नहीं ला रहा है क्या बात है? पहले तो बहुत पटाखे लाते थे।
मोहन - अरे मम्मी ने कम पैसे दिए हैं, तो पटाखा कैसे लाएं।
रोहन - क्यों? इतने पैसे में तो बहुत आ जाएंगे।
मोहन - अरे ससुरे पटाखे मीन्स लड़की, तुझे अक्ल ना आयेगी। अब हमें उस पटाखे नहीं ये वाले पटाखे की जरूरत है। बड़े हो गए हैं।
पापा - चलो सब अपने - अपने पटाखें फोड़ दो।
(रोहन ने अपने मोबाइल को पटक दिया)
पापा - रोहन अपनी मोबाइल क्यूं पटक दी।
रोहन - अरे पापा मेरी पटाखा तो इसी मोबाइल में थी, तो हमने सोचा कि पापा जो कह रहे हैं, मान जाते हैं। आज अमावस्या है ना।
छोटू - भैय्या आपकी पटाखा फुस्स क्यों हो जाती है? फूटती क्यों नहीं है।
भैय्या - बाबू आजकल मेरी पटाखा मुझसे नाराज़ है।
आज दीपावली उनकी सूनी रहेगी, जिनके पास कोई पटाखा नहीं है, बेचारे बहुत गरीब हैं।
आप इन चुटुकुलों का इंजॉय कीजिए और अपने चाहने वालों में शेयर करिए और दीपावली को अच्छे से मनाइए।
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