सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

करीना कपूर खान दिखने लगी हैं बूढ़ी औरत । फोटो देखकर फैंस ने लिए मज़े । मेकअप के बाद भी दिख रही हैं अम्मा । Kareena Kapoor Khan Looking Old Women

बॉलीवुड (मुंबई) - अपनी पतली कमर और स्लिम बॉडी के लिए फेमस करीना कपूर (Kareena Kapoor) का फोटो वायरल हुआ है। जिसमें करीना एकदम बूढ़ी नज़र आ रही हैं। मेकअप से सुंदरता दिखाने वाली करीना कपूर खान (Kareena Kapoor Khan) के इस फोटो पर लोग मजेदार कमेंट कर रहे हैं।

नमस्कार , आदाब मैं हूं अवनीश कुमार मिश्रा

बॉलीवुड की हॉट फिगर वाली एक्ट्रेस करीना का एक तस्वीर वायरल हो रहा है जिसमें वे एकदम 60 साल की बूढ़ी अम्मा लग रही हैं। 
सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को काफी ट्रोल किया जा रहा है। ट्रोल करते हुए लोग लिख रहे हैं कि मेकअप से सुंदर दिखने वाली करीना 5 बच्चों की बूढ़ा अम्मा लग रही हैं।



आपको बता दें कि इस फोटो में करीना ने फुल मेकअप कर रखा है। लेकिन फिर भी देखने पर बूढ़ी लग रही हैं।
मेकअप से चमक - दमक दिखाने वाली करीना का यह हाल देखकर फैंस मज़े ले रहे हैं। कह रहे हैं कि जबसे लड़का हुआ है तबसे करीना बूढ़ी दिखने लगीं है।
करीना कपूर की जवानी अब ढल चुकी है ये अब उनको भी मान लेना चाहिए और उनके चूतिये फैंस को भी।

खैर अब बूढ़ी भी हो चुकी हैं करीना भौजी। आपको बता दें कि करीना भाभी 39 सावन देख चुकी हैं तो बूढ़ी अम्मा लग जाना तो लाज़िमी ही है। 
लेकिन अगर गौर करें तो 46 सावन देख चुकी ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) भी इतना बूढ़ी भी नहीं दिख रही हैं। वो अभी भी बच्ची की तरह ही दिख रही है। उनकी जवानी अभी भी बरकार है। और भी अन्य कईं एक्ट्रेस हैं जो की इस उम्र में भी बिना मेकअप के भी जवान दिखती हैं। कुछ तो 20 साल की जवान लड़की जैसी दिखती हैं।

टिप्पणियाँ

  1. ये सब सैफू के कारण हुआ है....जनता जवाब मांग रही है .....करीना भौजी को फिर से जवान करो....

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. हां यार यही तो , अब बाबा रामदेव से जवानी का टॉनिक बनवाओ

      हटाएं

एक टिप्पणी भेजें

अगर आप कुछ कहना चाहते हैं , इस लेख के बारे में तो प्लीज कमेंट करें |

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बलिहारी गुर आपणैं का संदर्भ , प्रसंग सहित व्याख्या । Sakhi । Kabeer Ke Dohe Class 11 Up Board Solutions

प्रस्तुत पद्यांश "बलिहारी गुर आपणैं ‘" का संदर्भ , प्रसंग , व्याख्या , काव्य सौंदर्य तथा शब्दार्थ इस आर्टिकल में लिखा गया है। जो की कबीरदास जी की रचना है , ये छात्रों के लिए काफी मददगार होने वाला है। खास बात यह है कि अगर आप यूपी बोर्ड के 11वीं में हो तो हिंदी के "काव्य" पाठ 1 में "साखी" शीर्षक से है। आपको दूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "दोहे" का आर्टिकल अलग - लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा है, अवनीश कुमार मिश्रा ने, ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं)                               दोहा बलिहारी गुर आपणैं, द्यौहाड़ी कै बार। जिनि मानिष तैं देवता, करत न लागी बार॥ सन्दर्भ - प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में ‘साखी’ शीर्षक से उद्धृत है, जो साखी ग्रंथ से लिया गया है। जिसके रचयिता कबीरदास जी हैं। प्रसंग - कबीरदास ने प्रस्तुत दोहे में गुरु के प्रति अपनी भावना व्यक्त किया है और महिमा का वर्णन करते हुए उनपर न्यौछावर हो जाने की बात की है।  व्याख्या - प्...

मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ की संदर्भ, प्रसंग सहित व्याख्या । Meri Bhaw Badha Harau Doha Bihari Lal

"मेरी भव-बाधा हरौ" की संदर्भ सहित व्याख्या इस आर्टिकल में की गई है। जो कि रससिद्ध कवि बिहारी की रचना है। और खास बात यह है कि यह पद्यांश यूपी बोर्ड के 10वीं के हिन्दी के काव्य में "भक्ति" शीर्षक से है। तो अगर आप 10वीं में हो तो आपके लिए ये काम की आर्टिकल है। आपके परीक्षा में आ सकता है।  ये दोहा शीर्षक का पहला "दोहा" है। आपको ढूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "पद" के लिए अलग - आर्टिकल लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा अवनीश कुमार मिश्रा ने वे ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं) दोहा - मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ । जा तन की झांईं परै, स्यामु हरित-दुति होइ॥ संदर्भ - प्रस्तुत दोहा  हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में "भक्ति " शीर्षक से उद्धृत है , जोकि रीतिकाल के रससिद्ध कवि बिहारी द्वारा रचित ‘बिहारी सतसई’ नामक ग्रंथ से लिया गया है। प्रसंग - प्रस्तुत पंक्ति में कवि ने राधा जी की वंदना की है। प्रस्तुत दोहे के कईं भाव हैं तो सभी को लिखा जा रहा है, जिससे समझने में आसानी हो। व्याख्या -   1...

दीपक दीया तेल भरि, बाती दई अघट्ट संदर्भ , प्रसंग सहित व्याख्या । Deepak Diya Tel Bhar । Sakhi । Kabeer Ke Dohe Class 11 Up Board Solutions

प्रस्तुत पद्यांश "दीपक दीया तेल भरि‘" का संदर्भ , प्रसंग , व्याख्या , काव्य सौंदर्य तथा शब्दार्थ इस आर्टिकल में लिखा गया है। जो की कबीरदास जी की रचना है , ये छात्रों के लिए काफी मददगार होने वाला है। खास बात यह है कि अगर आप यूपी बोर्ड के 11वीं में हो तो हिंदी के "काव्य" पाठ 1 में "साखी" शीर्षक से है। आपको दूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "दोहे" का आर्टिकल अलग - लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा है, अवनीश कुमार मिश्रा ने, ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं)                               दोहा दीपक दीया तेल भरि, बाती दई अघट्ट। पूरा किया बिसाहुणाँ, बहुरि न आवौं हट्ट॥ सन्दर्भ - प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में ‘साखी’ शीर्षक से उद्धृत है, जो साखी ग्रंथ से लिया गया है। जिसके रचयिता कबीरदास जी हैं। प्रसंग - प्रस्तुत दोहे में कबीरदास जी ने भक्ति पर बल देते हुए कहा कि इस योनि में भक्ति कर लेने से जीवन - मरण चक्र से मुक्ति मिल जाएगी। व्याख्या - प्रस्तुत पंक्ति...