सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Wavepad में audio add कैसे करें , कैसे load करें

दोस्तो पिछली पोस्ट में हमने एक best audio editing के बारे में बताया था कि कैसे mobile में audio editing कर सकते हैं |जिसका नाम wavepad है |  सबसे अच्छा Audio editing app कौन-सा है
दोस्तों अब हम आपको यह बतायेंगें कि audio editing करने के लिए wavepad app में audio load कैसे करें तो यह हम आपको इस पोस्ट में बतायेंगें आप ध्यान से पूरा जरूर पढ़ें | समझ न आने पर कमेंट करें या Facebook page पर जाकर हमसे पूछ सकते हैं |
loading...
अगर आपने पहले से कोई recording की है या किसी गाने में कोई effect वगैरा लगाना चाहते हो तो आपके लिए ये विशेष पोस्ट है |
Wavepad में audio load कैसे करें या add कैसे करें
दोस्तो अब हम आपका ज्यादा वक्त न लेते हुए जल्द से बता देना चाहता हूँ कि audio को wavepad में लोड कैसे करें |
तो सबसे पहले आप wavepad app में जाइये तो आपको ऊपर की तरफ add लिखा मिलेगा उस पर आप click करें , तो आपको चार option वहाँ पर मिलेगा 1- new recording 2- import audio 3-import with app , import from folder .
तो अगर आप new recording पर click करोगे तो recording चालू बो जाऐगा इसलिए आपको new recoding पर click न करके नीचे किसी किसी भी click करें तो आप अपने audio तक पहुँच सकते हो |
लेकिन हम समझाने के लिए किसी एक को लेते है जिसमें सरलता audio मिल भी जायेगा |
loading...
हम आपको import from folder पर click करने के लिए कह रहें हैं क्योंकि वहाँ से आप folder में जाकर अपना audio ले सकते हो जो सरल है |
अब आपने import from folder पर click किया तो आप के सामने बहुत से folder आ गये हैं जिसमें आपका audio हो आप जाये audio के सामने टिक लगायें और ऊपर OK पर click करें |
अब आपका audio load हो चुका है और आप अब अपना मनचाहा effect लगाके अपना audio best से best बना सकते हो (अगर आपको effect के बारे में जानकारी न हो तो audio editing से releted हमारी अन्य पोस्ट पढ़ें |
loading...
हमें विश्वास है कि अब आप wavepad में audio load करना सीख गये होंगे , लेकिन अगर न समझ आया हो तो आप comments के द्वारा हमसे पूंछे या Facebook page पर जाकर पूंछे , आपको उत्तर जल्द ही मिलेगा |
अगर अच्छा लगा हो तो फिर जरूर आयें
आपका अपना अवनीश कुमार मिश्रा
धन्यवाद

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बलिहारी गुर आपणैं का संदर्भ , प्रसंग सहित व्याख्या । Sakhi । Kabeer Ke Dohe Class 11 Up Board Solutions

प्रस्तुत पद्यांश "बलिहारी गुर आपणैं ‘" का संदर्भ , प्रसंग , व्याख्या , काव्य सौंदर्य तथा शब्दार्थ इस आर्टिकल में लिखा गया है। जो की कबीरदास जी की रचना है , ये छात्रों के लिए काफी मददगार होने वाला है। खास बात यह है कि अगर आप यूपी बोर्ड के 11वीं में हो तो हिंदी के "काव्य" पाठ 1 में "साखी" शीर्षक से है। आपको दूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "दोहे" का आर्टिकल अलग - लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा है, अवनीश कुमार मिश्रा ने, ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं)                               दोहा बलिहारी गुर आपणैं, द्यौहाड़ी कै बार। जिनि मानिष तैं देवता, करत न लागी बार॥ सन्दर्भ - प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में ‘साखी’ शीर्षक से उद्धृत है, जो साखी ग्रंथ से लिया गया है। जिसके रचयिता कबीरदास जी हैं। प्रसंग - कबीरदास ने प्रस्तुत दोहे में गुरु के प्रति अपनी भावना व्यक्त किया है और महिमा का वर्णन करते हुए उनपर न्यौछावर हो जाने की बात की है।  व्याख्या - प्...

मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ की संदर्भ, प्रसंग सहित व्याख्या । Meri Bhaw Badha Harau Doha Bihari Lal

"मेरी भव-बाधा हरौ" की संदर्भ सहित व्याख्या इस आर्टिकल में की गई है। जो कि रससिद्ध कवि बिहारी की रचना है। और खास बात यह है कि यह पद्यांश यूपी बोर्ड के 10वीं के हिन्दी के काव्य में "भक्ति" शीर्षक से है। तो अगर आप 10वीं में हो तो आपके लिए ये काम की आर्टिकल है। आपके परीक्षा में आ सकता है।  ये दोहा शीर्षक का पहला "दोहा" है। आपको ढूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "पद" के लिए अलग - आर्टिकल लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा अवनीश कुमार मिश्रा ने वे ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं) दोहा - मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ । जा तन की झांईं परै, स्यामु हरित-दुति होइ॥ संदर्भ - प्रस्तुत दोहा  हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में "भक्ति " शीर्षक से उद्धृत है , जोकि रीतिकाल के रससिद्ध कवि बिहारी द्वारा रचित ‘बिहारी सतसई’ नामक ग्रंथ से लिया गया है। प्रसंग - प्रस्तुत पंक्ति में कवि ने राधा जी की वंदना की है। प्रस्तुत दोहे के कईं भाव हैं तो सभी को लिखा जा रहा है, जिससे समझने में आसानी हो। व्याख्या -   1...

दीपक दीया तेल भरि, बाती दई अघट्ट संदर्भ , प्रसंग सहित व्याख्या । Deepak Diya Tel Bhar । Sakhi । Kabeer Ke Dohe Class 11 Up Board Solutions

प्रस्तुत पद्यांश "दीपक दीया तेल भरि‘" का संदर्भ , प्रसंग , व्याख्या , काव्य सौंदर्य तथा शब्दार्थ इस आर्टिकल में लिखा गया है। जो की कबीरदास जी की रचना है , ये छात्रों के लिए काफी मददगार होने वाला है। खास बात यह है कि अगर आप यूपी बोर्ड के 11वीं में हो तो हिंदी के "काव्य" पाठ 1 में "साखी" शीर्षक से है। आपको दूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "दोहे" का आर्टिकल अलग - लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा है, अवनीश कुमार मिश्रा ने, ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं)                               दोहा दीपक दीया तेल भरि, बाती दई अघट्ट। पूरा किया बिसाहुणाँ, बहुरि न आवौं हट्ट॥ सन्दर्भ - प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में ‘साखी’ शीर्षक से उद्धृत है, जो साखी ग्रंथ से लिया गया है। जिसके रचयिता कबीरदास जी हैं। प्रसंग - प्रस्तुत दोहे में कबीरदास जी ने भक्ति पर बल देते हुए कहा कि इस योनि में भक्ति कर लेने से जीवन - मरण चक्र से मुक्ति मिल जाएगी। व्याख्या - प्रस्तुत पंक्ति...