दोस्तों आज हम आपको बताने जा रहें भूगोल के बारे में आप पूरा जरूर पढ़ें |
दोस्तों आपने अपने किताब में पढ़ा होगा कि चक्रवात क्या है लेकिन आप समय के साथ - साथ भूल गये होंगे इसलिए इस article के माध्यम से आपकी याद ताजा करने की कोशिश की है |
दोस्तों अगर आप जानना चाहते हैं कि चक्रवात क्या है तो आप सही जगह पर आये हो |
हम आज आपको चक्रवात क्या है बतायेंगे अगर कुछ गलत है या कुछ कमी है आपको लगता है तो comments करके हमारी गलती बताऐं |
अगर कुछ समझ न आये तो हमें जरूर बताये |
दोस्तों आपने अपने किताब में पढ़ा होगा कि चक्रवात क्या है लेकिन आप समय के साथ - साथ भूल गये होंगे इसलिए इस article के माध्यम से आपकी याद ताजा करने की कोशिश की है |
दोस्तों अगर आप जानना चाहते हैं कि चक्रवात क्या है तो आप सही जगह पर आये हो |
हम आज आपको चक्रवात क्या है बतायेंगे अगर कुछ गलत है या कुछ कमी है आपको लगता है तो comments करके हमारी गलती बताऐं |
अगर कुछ समझ न आये तो हमें जरूर बताये |
चक्रवात क्या है
चक्रवात निम्न दाब के केन्द्र होते हैं , चक्रवात में केन्द्र से बाहर की ओर वायुदाब बढ़ता जाता है |
जब केन्द्र में दाब अधिक होता है तो केन्द्र से हवा बाहर की ओर चलती है , जिसे प्रति चक्रवात कहते हैं |
भूमध्य रेखा के निकट कम दाब का जो area (क्षेत्र) होता है उसे डोलड्रम कहते हैं |
चक्रवात की शक्तियों का मापन टी - मापक द्वारा किया जाता है |
कोरिऑलिस बल के कारण विषुवत् रेखा पर उष्णचक्रवात उत्पन्न नहीं होते हैं |
चक्रवात की दिशा दक्षिणी गोलार्द्ध में घड़ी के सुई के अनुकूल होता है जिसे दक्षिणावर्त कहते हैं तथा उत्तरी गोलार्द्ध में घड़ी की सुई के विपरीत (उल्टा) opposite होती है जिसे वामावर्त कहते हैं |
उष्णकटिबन्धीय चक्रवात जो होता है वो दोनों गोलार्द्ध (उत्तरी , दक्षिणी) में 8° से 24° अक्षांशों के बीच उत्पन्न होते हैं |
जब केन्द्र में दाब अधिक होता है तो केन्द्र से हवा बाहर की ओर चलती है , जिसे प्रति चक्रवात कहते हैं |
भूमध्य रेखा के निकट कम दाब का जो area (क्षेत्र) होता है उसे डोलड्रम कहते हैं |
चक्रवात की शक्तियों का मापन टी - मापक द्वारा किया जाता है |
कोरिऑलिस बल के कारण विषुवत् रेखा पर उष्णचक्रवात उत्पन्न नहीं होते हैं |
चक्रवात की दिशा दक्षिणी गोलार्द्ध में घड़ी के सुई के अनुकूल होता है जिसे दक्षिणावर्त कहते हैं तथा उत्तरी गोलार्द्ध में घड़ी की सुई के विपरीत (उल्टा) opposite होती है जिसे वामावर्त कहते हैं |
उष्णकटिबन्धीय चक्रवात जो होता है वो दोनों गोलार्द्ध (उत्तरी , दक्षिणी) में 8° से 24° अक्षांशों के बीच उत्पन्न होते हैं |
कुछ चक्रवात निम्न हैं :-
1- चक्रवात - भारत
2 - हरिकेन - मैक्सिको खाड़ी
2 - हरिकेन - मैक्सिको खाड़ी
हमें विश्वास है कि आप को समझ आ चुका होगा कि चक्रवात क्या है हम जानते हैं कि इसमें कुछ चीजों की कमी है तो हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि जैसे - जैसे knowledge होगा हम जरूर अपडेट करेंगे , पर main चीज हमने लिख दी है, पढें।
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