सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Horoscope - जाने आज आपका दिन कैसा रहेगा? Today Horoscope, Today Rashifal । Gupshup News

Horoscope, today Horoscope, Gupshup News


*1- मेष राशि*
इस समय कुछ नया सीखने में मन लगाएंगे तो भविष्य उज्ज्वल होगा. कार्यक्षेत्र में सुधार के साथ आगे बढ़ने का मौका मिलेगा. आपके लिए आज दिन बढ़िया है.

*2- वृषभ राशि* 
परिजनों के साथ समय बहुत अच्छा बीतेगा. मित्रों से बातचीत होने से मन में एक अलग उत्साह रहेगा. कोई ऐसी खबर मिलेगी जिससे मन संतुष्ट होगा.

*3- मिथुन राशि* 
अधिकारी वर्ग आपसे प्रसन्न रहेंगे और आने वाले समय में आप बहुत से निर्णय लेने की क्षमता रखेंगे. आपके कार्यों को सराहा जाएगा. ज़िम्मेदारियों को निभा पाएंगे. 

*4- कर्क राशि* 
आज के दिन आप कई बड़े फैसले ले सकते हैं. कागज़ी कामकाज को बहुत सोच समझकर करें. किसी प्रकार की गड़बड़ आपके लिए मुश्किल बन सकती है. 

*5- सिंह राशि* 
इस समय आपके लिए परिवार और कार्यक्षेत्र में संतुलन बनाना जरूरी है. अपनी आर्थिक स्थिति पर ध्यान देना जरूरी है. संतान द्वारा सुख प्राप्त होने के योग हैं. 

*6- कन्या राशि* 
अपना काम करने की महत्वकांक्षा पूरी होगी. किसी नए कार्य की शुरुआत कर सकेंगे. भूमि एवं संपत्ति द्वारा धन लाभ प्राप्त करने के योग हैं.  

*7- तुला राशि* 
जीवन के उतार चढ़ाव को बहुत अच्छे से संजोकर आगे बढ़ पाएंगे. कार्यों को संभालने और संवारने की क्षमता सफल रहेगी. निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी.

*8- वृश्चिक राशि* 
आप अपने आपको मायूस और अकेला महसूस करेंगे. कई चीज़ों को लेकर आप गहन चिंतन में पड़ सकते हैं. स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें.

*9- धनु राशि* 
आज के दिन आपके मन में उदासीनता आ सकती है. कई चीज़ों को आप ऐसे ही व्यर्थ जाने देंगे. आर्थिक तौर पर आपको संतुलन बनाना ज़रूरी है.

*10- मकर राशि* 
आज के दिन अपने निर्धारित कार्यों को पूर्ण करने का समय है. आज के दिन आपको अपनी सफलता पर गर्व होगा. संतान द्वारा सुख प्राप्ति के योग हैं.

*11- कुंभ राशि* 
आज आपको किसी वरिष्ठ का पूर्ण सहयोग मिलेगा.आध्यात्मिक तौर पर आपका विश्वास अडिग रहेगा. कार्य पूर्ण होने से मानसिक संतुष्टि प्राप्त होगी।

*12- मीन राशि* 
परिजनों के साथ समय बिताने के लिए आपका समय बहुत अच्छा है. खुद का घर बनाने का सपना पूर्ण करने का समय आ रहा है. भविष्य की प्लानिंग करेंगे।

पंडित आनंदराज मिश्रा जी के अनुसार

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बलिहारी गुर आपणैं का संदर्भ , प्रसंग सहित व्याख्या । Sakhi । Kabeer Ke Dohe Class 11 Up Board Solutions

प्रस्तुत पद्यांश "बलिहारी गुर आपणैं ‘" का संदर्भ , प्रसंग , व्याख्या , काव्य सौंदर्य तथा शब्दार्थ इस आर्टिकल में लिखा गया है। जो की कबीरदास जी की रचना है , ये छात्रों के लिए काफी मददगार होने वाला है। खास बात यह है कि अगर आप यूपी बोर्ड के 11वीं में हो तो हिंदी के "काव्य" पाठ 1 में "साखी" शीर्षक से है। आपको दूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "दोहे" का आर्टिकल अलग - लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा है, अवनीश कुमार मिश्रा ने, ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं)                               दोहा बलिहारी गुर आपणैं, द्यौहाड़ी कै बार। जिनि मानिष तैं देवता, करत न लागी बार॥ सन्दर्भ - प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में ‘साखी’ शीर्षक से उद्धृत है, जो साखी ग्रंथ से लिया गया है। जिसके रचयिता कबीरदास जी हैं। प्रसंग - कबीरदास ने प्रस्तुत दोहे में गुरु के प्रति अपनी भावना व्यक्त किया है और महिमा का वर्णन करते हुए उनपर न्यौछावर हो जाने की बात की है।  व्याख्या - प्...

मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ की संदर्भ, प्रसंग सहित व्याख्या । Meri Bhaw Badha Harau Doha Bihari Lal

"मेरी भव-बाधा हरौ" की संदर्भ सहित व्याख्या इस आर्टिकल में की गई है। जो कि रससिद्ध कवि बिहारी की रचना है। और खास बात यह है कि यह पद्यांश यूपी बोर्ड के 10वीं के हिन्दी के काव्य में "भक्ति" शीर्षक से है। तो अगर आप 10वीं में हो तो आपके लिए ये काम की आर्टिकल है। आपके परीक्षा में आ सकता है।  ये दोहा शीर्षक का पहला "दोहा" है। आपको ढूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "पद" के लिए अलग - आर्टिकल लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा अवनीश कुमार मिश्रा ने वे ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं) दोहा - मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ । जा तन की झांईं परै, स्यामु हरित-दुति होइ॥ संदर्भ - प्रस्तुत दोहा  हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में "भक्ति " शीर्षक से उद्धृत है , जोकि रीतिकाल के रससिद्ध कवि बिहारी द्वारा रचित ‘बिहारी सतसई’ नामक ग्रंथ से लिया गया है। प्रसंग - प्रस्तुत पंक्ति में कवि ने राधा जी की वंदना की है। प्रस्तुत दोहे के कईं भाव हैं तो सभी को लिखा जा रहा है, जिससे समझने में आसानी हो। व्याख्या -   1...

दीपक दीया तेल भरि, बाती दई अघट्ट संदर्भ , प्रसंग सहित व्याख्या । Deepak Diya Tel Bhar । Sakhi । Kabeer Ke Dohe Class 11 Up Board Solutions

प्रस्तुत पद्यांश "दीपक दीया तेल भरि‘" का संदर्भ , प्रसंग , व्याख्या , काव्य सौंदर्य तथा शब्दार्थ इस आर्टिकल में लिखा गया है। जो की कबीरदास जी की रचना है , ये छात्रों के लिए काफी मददगार होने वाला है। खास बात यह है कि अगर आप यूपी बोर्ड के 11वीं में हो तो हिंदी के "काव्य" पाठ 1 में "साखी" शीर्षक से है। आपको दूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "दोहे" का आर्टिकल अलग - लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा है, अवनीश कुमार मिश्रा ने, ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं)                               दोहा दीपक दीया तेल भरि, बाती दई अघट्ट। पूरा किया बिसाहुणाँ, बहुरि न आवौं हट्ट॥ सन्दर्भ - प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में ‘साखी’ शीर्षक से उद्धृत है, जो साखी ग्रंथ से लिया गया है। जिसके रचयिता कबीरदास जी हैं। प्रसंग - प्रस्तुत दोहे में कबीरदास जी ने भक्ति पर बल देते हुए कहा कि इस योनि में भक्ति कर लेने से जीवन - मरण चक्र से मुक्ति मिल जाएगी। व्याख्या - प्रस्तुत पंक्ति...