सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

कहाँ और कैसे देखें भारत बनाम वेस्टइंडीज, 2nd T20I क्रिकेट मैच लाइव स्ट्रीमिंग ऑनलाइन और लाइव कवरेज

दोस्तों स्वागत है आपका आज हम आपको बतायेंगे कि आज भारत / वेस्टइंडीज के बीच टी -20 सीरीज का दूसरा मैच कहाँ होगा , किस समय होगा , कहाँ देखें ये सब बतायेंगे नीचे विस्तार से | 

जाने कहाँ खेला जायेगा -

तो दोस्तों आपको बता दें कि भारत / वेस्टइंडीज के बीच होने वाला सीरीज का दूसरा मैच आज लखनऊ में 'अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम' में खेला जायेगा | 

कब खेला जायेगा -

लखनऊ मे होने वाला दूसरा टी - 20 मैच आज शाम  7:00 से शुरू होगा | 

कैसे देखें - 

दोस्तों आपको बता दें कि इस मैच का प्रसारण आप फ्री डिश के 'डी डी स्पोर्ट चैनल' पर भी देख सकते हो | इसके अलावा अन्य स्पोर्ट चैनलो 'स्टार स्पोर्ट नेटवर्क' पर देख सकते हो |

इसके अलावा आप आनलाइन 'हॉटस्टार' , 'जिओ टीवी' पर भी देख सकते हो | 

टीमें इस प्रकार है -  

भारतीय टीम : रोहित शर्मा (कप्तान), शिखर धवन,  केएल राहुल, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), मनीष पांडे, दिनेश कार्तिक, क्रुणाल पंड्या, कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार,  जसप्रीत बुमराह,  खलील अहमद,  युजवेंद्र चहल |

वेस्टइंडीज: कार्लोस ब्रेथवेट (कप्तान), फेबियन एलन, डेरेन ब्रावो, शिमरोन हेटमेयर, कीमो पॉल, कीरोन पोलार्ड, दिनेश रामदीन (विकेटकीपर), शाई होप, शेरफेन रदरफोर्ड, ओशाने थॉमस, खैरी पिएरे, ओबेड मैक्कॉय, रोवमैन पावेल, निकोलस पूरन |

जैसा कि आप जानते ही हैं | कि लखनऊ में 24 साल बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच का आयोजन हो रहा है | 

तो दोस्तों आपको ये आर्टिकल कैसा लगा कमेंट में जरूर बताइये | अच्छा लगे तो ऊपर दिये गये लाल रंग की 'फॉलो' बटन पर क्लिक करके फॉलो करें | कृपया शेयर करें | 

 

                   अवनीश कुमार मिश्रा

 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बलिहारी गुर आपणैं का संदर्भ , प्रसंग सहित व्याख्या । Sakhi । Kabeer Ke Dohe Class 11 Up Board Solutions

प्रस्तुत पद्यांश "बलिहारी गुर आपणैं ‘" का संदर्भ , प्रसंग , व्याख्या , काव्य सौंदर्य तथा शब्दार्थ इस आर्टिकल में लिखा गया है। जो की कबीरदास जी की रचना है , ये छात्रों के लिए काफी मददगार होने वाला है। खास बात यह है कि अगर आप यूपी बोर्ड के 11वीं में हो तो हिंदी के "काव्य" पाठ 1 में "साखी" शीर्षक से है। आपको दूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "दोहे" का आर्टिकल अलग - लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा है, अवनीश कुमार मिश्रा ने, ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं)                               दोहा बलिहारी गुर आपणैं, द्यौहाड़ी कै बार। जिनि मानिष तैं देवता, करत न लागी बार॥ सन्दर्भ - प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में ‘साखी’ शीर्षक से उद्धृत है, जो साखी ग्रंथ से लिया गया है। जिसके रचयिता कबीरदास जी हैं। प्रसंग - कबीरदास ने प्रस्तुत दोहे में गुरु के प्रति अपनी भावना व्यक्त किया है और महिमा का वर्णन करते हुए उनपर न्यौछावर हो जाने की बात की है।  व्याख्या - प्...

मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ की संदर्भ, प्रसंग सहित व्याख्या । Meri Bhaw Badha Harau Doha Bihari Lal

"मेरी भव-बाधा हरौ" की संदर्भ सहित व्याख्या इस आर्टिकल में की गई है। जो कि रससिद्ध कवि बिहारी की रचना है। और खास बात यह है कि यह पद्यांश यूपी बोर्ड के 10वीं के हिन्दी के काव्य में "भक्ति" शीर्षक से है। तो अगर आप 10वीं में हो तो आपके लिए ये काम की आर्टिकल है। आपके परीक्षा में आ सकता है।  ये दोहा शीर्षक का पहला "दोहा" है। आपको ढूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "पद" के लिए अलग - आर्टिकल लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा अवनीश कुमार मिश्रा ने वे ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं) दोहा - मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ । जा तन की झांईं परै, स्यामु हरित-दुति होइ॥ संदर्भ - प्रस्तुत दोहा  हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में "भक्ति " शीर्षक से उद्धृत है , जोकि रीतिकाल के रससिद्ध कवि बिहारी द्वारा रचित ‘बिहारी सतसई’ नामक ग्रंथ से लिया गया है। प्रसंग - प्रस्तुत पंक्ति में कवि ने राधा जी की वंदना की है। प्रस्तुत दोहे के कईं भाव हैं तो सभी को लिखा जा रहा है, जिससे समझने में आसानी हो। व्याख्या -   1...

दीपक दीया तेल भरि, बाती दई अघट्ट संदर्भ , प्रसंग सहित व्याख्या । Deepak Diya Tel Bhar । Sakhi । Kabeer Ke Dohe Class 11 Up Board Solutions

प्रस्तुत पद्यांश "दीपक दीया तेल भरि‘" का संदर्भ , प्रसंग , व्याख्या , काव्य सौंदर्य तथा शब्दार्थ इस आर्टिकल में लिखा गया है। जो की कबीरदास जी की रचना है , ये छात्रों के लिए काफी मददगार होने वाला है। खास बात यह है कि अगर आप यूपी बोर्ड के 11वीं में हो तो हिंदी के "काव्य" पाठ 1 में "साखी" शीर्षक से है। आपको दूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "दोहे" का आर्टिकल अलग - लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा है, अवनीश कुमार मिश्रा ने, ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं)                               दोहा दीपक दीया तेल भरि, बाती दई अघट्ट। पूरा किया बिसाहुणाँ, बहुरि न आवौं हट्ट॥ सन्दर्भ - प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में ‘साखी’ शीर्षक से उद्धृत है, जो साखी ग्रंथ से लिया गया है। जिसके रचयिता कबीरदास जी हैं। प्रसंग - प्रस्तुत दोहे में कबीरदास जी ने भक्ति पर बल देते हुए कहा कि इस योनि में भक्ति कर लेने से जीवन - मरण चक्र से मुक्ति मिल जाएगी। व्याख्या - प्रस्तुत पंक्ति...