सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

भोजपुरी की हॉट एंड सेक्सी गर्ल प्रियंका, इनकी शोख अदाओं के लाखों दीवाने

अपनी चुलबुली और शोख अदाएं, साथ ही अपनी दमदार एक्टिंग के साथ दर्शकों के दिलों पर राज करनेे वाली भोजपुरी फिल्म एक्ट्रेस प्रियंका पंडित हर किसी की फेवरिट हैं। आंखें बिल्कुल शोखी लिए और हॉट एंड सेक्सी फिगर की मलिका प्रियंका की अपकमिंग मूवी है शहंशाह जिसमें वे रविकिशन के साथ नजर आएंगी।


बतौर प्रियंका भोजपुरी फिल्मों में काम करना उनके लिए आसमान से तारे तोड़ने जैसी बात थी, इसकी वजह यह थी कि उनके माता -पिता बिल्कुल भी नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी भोजपुरी फिल्मों में काम करे। 2009 में 12वीं में पढ़ाई करने के दौरान ही एक गुजराती फिल्म में काम करने का मौका मिल गया था। उन्होंने अपने पैरेंट्स को बताए बगैर चुपके-चुपके इस फिल्म में काम कर लिया था।

उसके बाद फिल्मों के अॉफर आने लगे। बतौर प्रियंका यह बात मैंने जब घर में बताया तो घर में सबकी नाराजगी सहनी पड़ी, क्योंकि एक ब्राह्मण परिवार का बैकग्राउंड और गुजरात के एक छोटे से कस्बे की रहने वाली मैं, जहां लड़कियों के लिए लड़कों से बात करने को भी अच्छा नहीं समझा जाता था वहां फिल्मों में काम करना, कहां किसी को पसंद आता।

मुझे पसंद किया गया और फिल्मों के अॉफर आने लगे लेकिन फिल्मों में काम करने की मेरी दिली ख्वाहिश को जानकर मेरे पिता जी काफी नाराज हुए थे। उन्होंने साफ मना कर दिया कि उनकी बेटी फिल्मों में काम नहीं कर सकती। उन्होंने साफ नकारते हुए कहा कि यह एक ब्राह्मण की बेटी को शोभा नहीं देता है। यह काम बड़े लोगों का नहीं है।

 

भोजपुरी एक्ट्रेस प्रियंका पंडित : जिनकी शोख अदाओं के सब हैं दीवाने

प्रियंका को फिल्म में संघर्ष करने से पहले घर में ही इस इंडस्ट्री में आने को लेकर काफी संघर्ष करना पड़ा था।फिल्मों में काम करने को लेकर अपने पापा को मनाने में एक साल लग गए।

इसके बाद एक पार्टी में भोजपुरी फिल्म के डायरेक्टर मिले और उन्होंने अपनी फिल्म में काम करने का ऑफर दिया। 2013 में प्रियंका की पहली भोजपुरी फिल्म 'जीना तेरी गली में' रिलीज हुई। फिर एक साल के गैप के बाद 2014 में फिल्म 'जानेमन' से प्रियंका ने भोजपुरी फिल्म में वापसी की।

प्रियंका ने बताया कि फिल्मों में आइटम सांग करना आपकी इच्छा पर है। मना करने पर ऐसा नहीं हैं कि आपको जबर्दस्ती यह करना ही पड़ेगा। फिल्म 'दिल भईल दीवाना' में उन्होंने एक आइटम सांग किया था। जो 2015 में बहुत फेमस हुआ था। प्रियंका ने बताया कि अबतक उन्होंने 20-22 फिल्में की हैं और अब उनकी आने वाली फिल्म शहंशाह रिलीज हो रही है

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बलिहारी गुर आपणैं का संदर्भ , प्रसंग सहित व्याख्या । Sakhi । Kabeer Ke Dohe Class 11 Up Board Solutions

प्रस्तुत पद्यांश "बलिहारी गुर आपणैं ‘" का संदर्भ , प्रसंग , व्याख्या , काव्य सौंदर्य तथा शब्दार्थ इस आर्टिकल में लिखा गया है। जो की कबीरदास जी की रचना है , ये छात्रों के लिए काफी मददगार होने वाला है। खास बात यह है कि अगर आप यूपी बोर्ड के 11वीं में हो तो हिंदी के "काव्य" पाठ 1 में "साखी" शीर्षक से है। आपको दूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "दोहे" का आर्टिकल अलग - लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा है, अवनीश कुमार मिश्रा ने, ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं)                               दोहा बलिहारी गुर आपणैं, द्यौहाड़ी कै बार। जिनि मानिष तैं देवता, करत न लागी बार॥ सन्दर्भ - प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में ‘साखी’ शीर्षक से उद्धृत है, जो साखी ग्रंथ से लिया गया है। जिसके रचयिता कबीरदास जी हैं। प्रसंग - कबीरदास ने प्रस्तुत दोहे में गुरु के प्रति अपनी भावना व्यक्त किया है और महिमा का वर्णन करते हुए उनपर न्यौछावर हो जाने की बात की है।  व्याख्या - प्...

मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ की संदर्भ, प्रसंग सहित व्याख्या । Meri Bhaw Badha Harau Doha Bihari Lal

"मेरी भव-बाधा हरौ" की संदर्भ सहित व्याख्या इस आर्टिकल में की गई है। जो कि रससिद्ध कवि बिहारी की रचना है। और खास बात यह है कि यह पद्यांश यूपी बोर्ड के 10वीं के हिन्दी के काव्य में "भक्ति" शीर्षक से है। तो अगर आप 10वीं में हो तो आपके लिए ये काम की आर्टिकल है। आपके परीक्षा में आ सकता है।  ये दोहा शीर्षक का पहला "दोहा" है। आपको ढूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "पद" के लिए अलग - आर्टिकल लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा अवनीश कुमार मिश्रा ने वे ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं) दोहा - मेरी भव-बाधा हरौ, राधा नागरि सोइ । जा तन की झांईं परै, स्यामु हरित-दुति होइ॥ संदर्भ - प्रस्तुत दोहा  हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में "भक्ति " शीर्षक से उद्धृत है , जोकि रीतिकाल के रससिद्ध कवि बिहारी द्वारा रचित ‘बिहारी सतसई’ नामक ग्रंथ से लिया गया है। प्रसंग - प्रस्तुत पंक्ति में कवि ने राधा जी की वंदना की है। प्रस्तुत दोहे के कईं भाव हैं तो सभी को लिखा जा रहा है, जिससे समझने में आसानी हो। व्याख्या -   1...

दीपक दीया तेल भरि, बाती दई अघट्ट संदर्भ , प्रसंग सहित व्याख्या । Deepak Diya Tel Bhar । Sakhi । Kabeer Ke Dohe Class 11 Up Board Solutions

प्रस्तुत पद्यांश "दीपक दीया तेल भरि‘" का संदर्भ , प्रसंग , व्याख्या , काव्य सौंदर्य तथा शब्दार्थ इस आर्टिकल में लिखा गया है। जो की कबीरदास जी की रचना है , ये छात्रों के लिए काफी मददगार होने वाला है। खास बात यह है कि अगर आप यूपी बोर्ड के 11वीं में हो तो हिंदी के "काव्य" पाठ 1 में "साखी" शीर्षक से है। आपको दूढ़ने में दिक्कत ना हो इसलिए हर एक "दोहे" का आर्टिकल अलग - लिखा गया है। (यह आर्टिकल आप Gupshup News वेबसाइट पर पढ़ रहे हो जिसे लिखा है, अवनीश कुमार मिश्रा ने, ये ही इस वेबसाइट के ऑनर हैं)                               दोहा दीपक दीया तेल भरि, बाती दई अघट्ट। पूरा किया बिसाहुणाँ, बहुरि न आवौं हट्ट॥ सन्दर्भ - प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी के "काव्य खंड" में ‘साखी’ शीर्षक से उद्धृत है, जो साखी ग्रंथ से लिया गया है। जिसके रचयिता कबीरदास जी हैं। प्रसंग - प्रस्तुत दोहे में कबीरदास जी ने भक्ति पर बल देते हुए कहा कि इस योनि में भक्ति कर लेने से जीवन - मरण चक्र से मुक्ति मिल जाएगी। व्याख्या - प्रस्तुत पंक्ति...